हिन्दू विधि क्या हैं.
Author: lawkuchkahtahai13569@gmail.com
what is administrative law and growth of administrative law
What is administrative law and growth of administrative law meaning of Administrative law growth of administrative law प्रशासनिक विधि का अर्थ,,, प्रशासनिक विधि सार्वजनिक विधि की वह शाखा है का संबंध शासन के विभिन्न अंगों के संगठन कृत्यों अधिकारों ताथा दायित्व से है। प्रशासनिक विधि का उद्देश्य का उद्देश्य,, प्रशासन के अनुचित अवैध कार्यों पर…
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Administrative law
प्रशासनिक विधि का अर्थ,,, प्रशासनिक विधि सार्वजनिक विधि की वह शाखा है का संबंध शासन के विभिन्न अंगों के संगठन कृत्यों अधिकारों ताथा दायित्व से है। प्रशासनिक विधि का उद्देश्य का उद्देश्य,, प्रशासन के अनुचित अवैध कार्यों पर नियंत्रण रखना है प। जीनियस महोदय ने कहा है की प्रशासनिक विधि प्रशासन से संबंध रखने वाली…
एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल लॉ और दोनों में संबंध administrative law and constitutional law relation between both
संवैधानिक कानून और प्रशासनिक कानून आपस में जुड़े हुए हैं। जहाँ प्रशासनिक कानून प्रशासनिक अधिकारियों के संगठन, शक्तियों, कार्यों और कर्तव्यों से संबंधित है , वहीं संवैधानिक कानून इन संगठनों और उनकी शक्तियों से संबंधित सामान्य सिद्धांतों और व्यक्तियों के साथ इन अंगों के संबंधों से संबंधित है। संवैधानिक कानून और प्रशासनिक कानून के बीच…
rule of law and administrative law विधि के नियम और प्रशासनिक विधि
विधि का शासन की परिभाषा, डायसी के अनुसार विधि का शासन, भारत के संविधान में विधि शासन इस लेख में प्रशासनिक विधि के तहत विधि के शासन से आप क्या समझते है, डायसी का विधि का शासन, विधि का शासन की अवधारणा की व्याख्या एंव भारतीय संविधान में विधि का शासन किस तरह शामिल हुआ…
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प्रशासनिक विवेक
प्रशासनिक कानून के तेजी से विकास के साथ प्रशासनिक विवेक की अवधारणा ने बहुत महत्व प्राप्त कर लिया है। कल्याणकारी राज्य के उद्भव ने सरकार को लोगों की असंख्य सामाजिक-आर्थिक शिकायतों को दूर करने के लिए कई कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। वेड, अपने प्रसिद्ध कार्य[1] में कहते हैं, “परंपरागत रूप से, कार्यपालिका…
प्रत्यायोजित विधान क्या है
प्रत्यायोजित विधान (Delegated Legislation) वह कानून या नियम होता है जिसे किसी विधायिका द्वारा बनाई गई मुख्य कानून (मूल विधान) के अंतर्गत अधिकारित किया गया हो। इसमें विधायिका अपने कुछ अधिकार या जिम्मेदारियों को कार्यपालिका या किसी अन्य प्राधिकरण को सौंपती है ताकि वे उन कानूनों के तहत आवश्यक नियम, उपनियम, या आदेश बना सकें।…
सविधि के निम्न विशिष्ट लक्षण अथवा विशेषता है
१. यह राज्य के विधायक अंग संसद अथवा राज्य विधायकों द्वारा निर्मित है २ यह विचार पूर्वक अर्थात जानबूझकर निर्मित किया गया नियमों का संग्रह है ३ यह प्रारूपिक स्वरूप लिखित होता है ४ इसमें अन्य स्रोतों की अपेक्षा अध्यापक तत्व होता है जिसके परिणाम स्वरूप यह विधि के अन्य स्रोतों से ज्यादा वरीयमांन है।…
Principal of interpretation
संविधि के निर्वचन का सिद्धान संविधान के निर्वचन (व्याख्या) का सिद्धांत उन नियमों और विधियों का समुच्चय है जिनके माध्यम से न्यायालय संविधान के प्रावधानों का अर्थ और व्याख्या करते हैं। यह सिद्धांत संविधान की जटिलता और उसकी व्याख्या के विभिन्न दृष्टिकोणों को ध्यान में रखते हुए विकसित किए गए हैं। मुख्य रूप से, संविधि…
Interpretation and construction
व्याख्या। और निर्माण निर्वचन। और अर्थानवयन इंटरप्रिटेशन एंड कंस्ट्रक्शन व्याख्या की परिभाषा ‘क़ानून की व्याख्या’ शब्द का अर्थ है कानून की समझ। यह विधायी रूप के माध्यम से विधायिका का अर्थ निर्धारित करने के लिए न्यायालयों द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया है। इसका उपयोग विधायिका…